Saturday, November 1, 2008


चिंता छोडो
आज मैंने पहली बार अपने ब्लॉग पर कुछ लिखना चाहा पर समझ ही नही आ रहा है की क्या लिखू............. दोस्तों ज़िन्दगी बहुत ही खूबसूरत तोहफा है जिसे भगवान् ने हम इंसानों को दिया है। मेरी समझ में इंसान इस खूबसूरत तोहफे को पूरी इमानदारी से जिए और ज़िन्दगी में हर पल की खुशियों का मज़ा ले यही है दोस्तों सही मायनो में ज़िन्दगी को जीना । आपकी और मेरी सभी की जिदगियों में कभी ना कभी बुरा वक्त भी आता है जब हम परेशान होकर के चिंता करने लगते है और ये जो चिंता है वो हमे कोई रास्ता सुझाने के बजाएं हमे और भी गुमराह कर देता है और हमारी परेशानियाँ बढ जाती है.ये ...इसके लिए मेरी तो सलाह यह है की इंसान मुसीबत के वक्त में चिंता ना करे और मेरे इस सलाह पर काम करे कि



" चिंता चिता है चिंतन स्वर्ग है ।"


कहने का तात्पर्य ये है की चिंता करने से हमे कोई भी फायदा नही है बल्कि हमे चिंतन करके किसी भी परेशानी का हल खोजना चाहिए और समस्त परेशानियों से छुटकारा पाना चाहिए.

1 comment:

समीर यादव said...

...इसके लिए मेरी तो सलाह यह है की इंसान मुसीबत के वक्त में चिंता ना करे और मेरे इस सलाह पर काम करे कि

" चिंता चिता है चिंतन स्वर्ग है ।"

क्या बात है पोंटी, तुम..." ब्लागर " हो गए. हमारी बहुत सी चिंतायें दूर हो गई, अब तुमसे यूँ ही सीख लिया करेंगे...तुम्हारे लाइफ के फंडे हमेशा मजेदार रहें हैं. रोज प्रतीक्षा रहेगी.